बातों बातों में पर हम बात करते हैं कुछ हल्के-फुल्के मगर संजीदा, और मज़ेदार विषयों पर जो हमारी दैनिक ज़िंदगी का हिस्सा होते हैं मगर बड़े बड़े मुद्दों को सुलझाते हुए हम इनके बारे में बात करना भूल जाते हैं। हम चाहते है कि लोग हमें सुने, हम उनसे अपनी समस्याएँ बाँट कर उनके विचार जान सके। साथ ही साथ आप मिलेंगे एक नए महमान से। तो शुरू करें अपनी बातों के सफ़र को - “बातों बातों में”